भाई दूज

भाई दूज कब कब मनाते हैं-

हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है यह ज्यादातर दिपावली के दूसरे दिन आता है

भाई दूज क्यों मनाते हैं-

यमुना अपने भाई यमराज से बहुत स्नेह करती थी और उन्हें अपने घर भोजन के लिए के लिए कई बार बुलाया परंतु यमराज कार्य की व्यस्तता के कारण और यह भी सोच कर कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं मुझे कौन बुलाना चाहेगा नहीं जा पाते थे परंतु अधिक अनुग्रह पर शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भी अपनी बहन यमुना के घर भोजन करते हैं और बहन के प्यार से प्रसन्न होकर एक वर मांगने को कहते हैं तब यमुना जी कहती हैं कि जो बहन मेरी तरह अपने भाई का टीका लगाकर आदर सत्कार करेगी उसे आपका कोई डर नहीं होगा यमराज तथास्तु कहकर वस्त्र और आभूषण देकर चले जाते हैं तभी से भाई बहन का यह त्यौहार भाई दूज के रूप में मनाया जाने लगा

अन्य पौराणिक कथा भी हैं

भाई दूज कैसे मनाते हैं-